नई दिल्ली( 3 मार्च 2013) : सात महीनों से कोर्ट से दूर रहीं भारत की स्टार युगल बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गट्टा ने स्वीकार किया कि 5 मार्च से बर्मिघम में शुरू हो रही ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के साथ वापसी करना बेशक मुश्किल मंच है लेकिन उन्होंने पहले भी अपने खेल से प्रभाव छोड़ा है और उन्हें कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है।
विश्व चैंपियनशिप की युगल स्पर्धा की कांस्य पदक विजेता ज्वाला ने लंदन ओलंपिक के बाद से विश्राम ले लिया था लेकिन पिछले दो माह से ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप की तैयारियों में जुटी हैं। ज्वाला को बीस साल की प्राजक्ता सावंत के साथ महिला युगल और वी दीजू के साथ मिश्रित युगल में खेलना है। ज्वाला ने कहा, 'लंबे विश्राम के बाद वापसी करना थोड़ा कठिन होता है इसलिए इस समय मैं खुद से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं कर रही हूं।' उन्होंनें कहा, 'मैं प्रतियोगिता के लिये तैयारी कर रही हूं।
मैं जर्मन ओपेन में नहीं खेल पाई। ऑल इंग्लैंड में मिक्स्ड डबल्स का ड्रॉ अच्छा है। हमें पहले दो दौर के मुकाबले जीतने होंगे। मैं सकारात्मक होकर खेलना चाहती हूं।' ज्वाला ने कहा, 'मेरे लंबे सफल करियर में अब मुझे कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है। मैं अपने लिए खेलती हूं।' ज्वाला और दीजू को मिक्स्ड डबल्स के पहले दौर में पीटर केसबाउर और इसाबेल हेटरिच के खिलाफ अपना अभियान शुरू करना है। महिला डबल्स में प्राजक्ता और ज्वाला को एस अर्तिमा तथा पीराया मुंकीतामोर्न की थाईलैंड की जोड़ी के खिलाफ खेलना है ।