अजलन शाह के लिए मिली टीम को मंजूरी

अजलन शाह के लिए मिली टीम को मंजूरी

नई दिल्ली। भारतीय टीम के आगामी सुल्तान अजलन शाह हॉकी टूर्नामेंट में खेलने को लेकर मंगलवार को असमंजस की स्थिति बन गई, जब हॉकी इंडिया ने दावा किया कि वह प्रतियोगिता से हट गया है। हॉकी इंडिया ने कहा कि भारतीय खेल प्राधिकरण [साइ] के टीम की यात्रा का खर्चा उठाने से इन्कार करने के कारण उसे यह फैसला करना पड़ा। यह खबर सामने आने के बाद खेल मंत्रालय ने साइ को निर्देश दिया है कि वह टूर्नामेंट की प्रतिष्ठा को देखते हुए टीम की विमान यात्रा के खर्चे के लिए जरूरी फंड आवंटित करे।

इस निर्देश के बाद भारत के टूर्नामेंट में हिस्सा लेने का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए टूर्नामेंट से हटने की घोषणा करने वाले हॉकी इंडिया ने इस नई प्रगति पर अब तक कोई बयान जारी नहीं किया है। हॉकी इंडिया के अधिकारी से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वह जल्द फैसला करेंगे, जिससे भ्रम की स्थिति बरकरार है। मलेशिया के इपोह में 9 से 17 मार्च होने वाले टूर्नामेंट से हटने के हॉकी इंडिया के फैसले के तुरंत बाद खेल सचिव पीके देव ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए पहल की।

देव ने कहा, 'खेल मंत्रालय ने साइ को कोष जारी करने को कहा है। हमने हस्तक्षेप किया, क्योंकि अजलन शाह काफी अहम टूर्नामेंट है और अपने खिलाड़ियों को इतने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के मौके से वंचित नहीं कर सकते।' देव ने हालांकि हॉकी इंडिया को भविष्य में अपने खर्च पर लगाम कसने को कहा है। उन्होंने कहा, 'मैं एक चीज साफ कर देना चाहता हूं कि हॉकी इंडिया को उन्हें आवंटित राशि को खर्च करने में अधिक सतर्क और अनुशासित होना होगा। इस साल के लिए हॉकी इंडिया को पांच करोड़, 94 लाख रुपए आवंटित किए गए थे और हॉकी इंडिया 11 करोड़, 27 लाख रुपये खर्च कर चुका हैं जो आवंटन से दोगुना है।'

हॉकी इंडिया के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि साइ के डीजी गोपाल कृष्णन ने खिलाड़ियों के जाने और आने का किराया यह कहकर देने से इन्कार कर दिया कि यह बजट से अधिक है। सू़त्र ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि साइ ने ही हमें इस टूर्नामेंट के लिए यहां राष्ट्रीय शिविर लगाने की अनुमति दी थी और अब वे ही मना कर रहे हैं। उसने कहा कि टूर्नामेंट के लिए सरकार को सिर्फ हवाई किराया देना था, जबकि रहने और खाने का इंतजाम स्थानीय आयोजक कर रहे हैं।

भारत ने 1985, 1991, 1995, 2009 और 2010 में अजलन शाह कप जीता और पिछली बार कांस्य पदक विजेता रहा। इस साल दिसंबर में भारत में होने वाले जूनियर विश्व कप के मद्देनजर भारत ने दानिश मुज्तबा की कप्तानी में युवा टीम मलेशिया भेजने का फैसला किया था। भारत के अलावा इसमें पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड और मलेशिया भाग ले रहे हैं