हैदराबाद धमाके: धमाकों में अब तक 16 लोगों के मारे जाने और 119 लोगों के घायल होने की पुष्टि की

हैदराबाद धमाके: मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हुई
हैदराबाद। हैदराबाद के भीड़-भाड़ वाले इलाके में गुरुवार को हुए दो बम धमाकों के बाद आज [शुक्रवार] सुबह देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे हैदराबाद में दिलसुख नगर गए। उन्होंने इन धमाकों की निंदा की है। उन्होंने इन धमाकों में अब तक 16 लोगों के मारे जाने और 119 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। इनमें से छह की हालत नाजुक बताई जा रही है। शिंदे ने अस्पताल जाकर घायलों की हालत का जायजा लिया और उनसे बात भी की। शिंदे के मुताबिक धमाकों से पहले जो अलर्ट जारी किया गया था वह नॉर्मल अलर्ट था और इसकी बहुत ज्यादा जानकारी खुफिया विभाग को नहीं थी। इस संबंध में आज गृहमंत्री दोनों सदनों में बयान देंगे।
हैदराबाद बम धमाकों की जांच के लिए राज्य सरकार ने पुलिस की दो टीमें गठित की हैं। शिंदे ने कहा है कि एनआईए जांच में राज्य पुलिस की जांच करेगी। फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद बम धमाकों में आतंकियों ने अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया था। रिपोर्ट के मुताबिक बम का वजन तीन किलो से ज्यादा था। हर बम में अमोनियम नाइट्रेट के साथ एक किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के साथ राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्रालय के आला अधिकारी भी मौजूद थे। नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी [एनआईए] भी मौके पर पहुंच चुकी है। शिंदे ने कहा कि इन बम धमाकों की जांच चल रही है। उन्होंने इसके लिए अभी किसी भी आतंकी संगठन का नाम नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही इसका खुलासा किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इन धमाकों में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों के परिजनों को मुआवजा देने की भी घोषणा की है। उन्होंने इसको पुलिस की चूक कहने से भी मना किया है। उन्होंने कहा कि खुफिया विभाग को किसी खास इलाके में बम धमाका करवाए जाने की पुख्ता जानकारी नहीं थी।
गौरतलब है कि शिंदे ने कल कहा था कि इस हमले की दो दिन पहले ही जानकारी मिल गई थी और हैदराबाद समेत अन्य राज्यों को भी इस बात की सूचना दे दी गई थी। इसके बाद भी हैदराबाद में बम विस्फोट की घटना से एक बार फिर से देश के सुरक्षा तंत्र पर सवालिया निशान लग गया है। इन बम धमाकों की सभी पार्टियों ने निंदा की है। इसके पीछे इंडियन मुजाहिद्दीन का हाथ बताया जा रहा है।
जिन जगहों पर यह बम धमाके हुए वह जगह भीड़ भाड़ वाले इलाकों में शुमार है और यहीं पर शहर की सबसे बड़ी फल मंडी भी है। आतंकियों ने इसलिए ही इस जगह को निशाना बनाया था जिससे वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को हताहत कर सकें। इन बम विस्फोटों को संसद हमले के दोषी अफजल और मुंबई हमले के दोषी अजमल कसाब को दी गई सजा से जोड़कर देखा जा रहा है।