नियंत्रण रेखा पर सतर्कता बढ़ायी गयी: एंटनी

27/02/2013 21:18

 

सरकार ने आज बताया कि भारतीय सैनिकों पर पाकिस्तानी सेना द्वारा घात लगाकर किये गये हमलों के बाद जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर सतर्कता बढ़ा दी गयी है। इन हमलों में दो भारतीय जवानों की जान गयी थी। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया, ‘‘आठ जनवरी को पाक सीमा कार्रवाई दल ने मेंधर सेक्टर के कृष्णा घाटी में हमारे गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया। इसमें लांस नायक सुधाकर सिंह और लांस नायक हेमराज मारे गये। लांस नायक का सिर काट लिया गया और दोनों शव क्षत विक्षत अवस्था में मिले।’’ उन्होंने बताया कि इन दोनों जवानों के हथियार भी पाकिस्तानी सेना ले गयी।

इस मुद्दे को पाकिस्तान के समक्ष उठाये जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच 14 जनवरी को ब्रिगेडियर स्तर की ध्वज बैठक हुई। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को राजनयिक माध्यम से भी पाकिस्तान के समक्ष उठाया गया है। विदेश सचिव रंजन मथाई ने पाकिस्तान उच्चायुक्त सलमान बशीर को नौ जनवरी को तलब किया और पाकिस्तानी सेना के इस कृत्य पर कड़ा विरोध जताया। भारत ने कहा कि हमारे सैनिकों के शव को क्षत विक्षत करने का बर्बर कृत्य अस्वीकार्य और सेना की नैतिकताओं के विरूद्ध है।

भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भारत द्वारा किये गये प्रयासों की जानकारी देते हुए एंटनी ने बताया, ‘‘जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर सतर्कता बढ़ा दी गयी तथा मानवीय एवं तकनीकी खुफिया उपायों सहित निगरानी में वृद्धि की गयी है।’’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान ने 93 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने नियंत्रण रेखा की गरिमा को बरकरार रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये हैं। विश्वास बहाली के सभी उपाय अपनाये जा रहे हैं। इस तरह के सभी संघर्षविराम उल्लंघन होने पर सेना कठोर एवं समुचित जवाबी कार्रवाई करती है।’’ रक्षा मंत्री ने बताया कि 14 जनवरी को ब्रिगेडियर कमांडर स्तर की ध्वज बैठक के बाद से पाकिस्तान सेना 14 बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर चुकी है।