सीबीआई, रक्षा मंत्रालय का दल कल जाएगा इटली
करीब 3600 करोड़़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे में कथित रूप से रिश्वत देने के मामले की जांच के लिए सीबीआई और रक्षा मंत्रालय का संयुक्त दल कल इटली के लिए रवाना हो सकता है। सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि मामले की विस्तृत जानकारी के लिए दल इटली के अभियोजकों से मुलाकात करेगा। सूत्रों ने कहा कि सीबीआई के डीआईजी स्तर के दो सदस्य और एक कानून अधिकारी के अलावा रक्षा मंत्रालय के अधिकारी इस दल के सदस्य होंगे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कथित रिश्वत मामले में रक्षा मंत्रालय से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिलने के बाद सीबीआई ने यह निर्णय किया। सीबीआई ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने सीबीआई को पत्र भेजकर मामले की जांच करने को कहा। पत्र के साथ भारत एवं इटली के प्रेस की कुछ क्लिपिंग लगी हुई थी।
एजेंसी ने कहा कि यह मामला दर्ज करने का आधार नहीं बनता। सूत्रों ने कहा कि सीबीआई ने रोम स्थित भारतीय दूतावास से भी सहयोग मांगा और वह भी एजेंसी को अदालत के प्रामाणिक दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सका। सूत्रों ने कहा कि इसके बाद सीबीआई ने इंटरपोल से मदद मांगी जिसने एजेंसी द्वारा मामला दर्ज नहीं करने की स्थिति में कोई सहयोग करने में असमर्थता जताई। रक्षा मंत्रालय ने संयुक्त सचिव और भारतीय वायु सेना के एयर कोमोडोर के नेतृत्व में कल एक टीम भेजी जिसने सीबीआई को अगस्टा वेस्टलैंड के साथ हेलीकाप्टर सौदे को अंतिम रूप देने के समय निविदा की प्रक्रिया एवं विभिन्न चरणों के बारे में जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि रिश्वत के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर टीम सीबीआई अधिकारियों को कोई जवाब नहीं दे सकी।