नई दिल्ली: माकडेय काटजू के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से संबंधित आलोचलात्मक लेख पर आज भाजपा नेता अरूण जेटली और काटजू में जुबानी जंग शुरू हो गई और जेटली ने भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष पर कांग्रेसियों से अधिक कांग्र्रेसी होने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश काटजू ने इसके जवाब में उनपर (जेटली) तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया और राजनीति छोडऩे को कहा।
जेटली ने अपने बयान में कहा कि एक समाचारपत्र में काटजू का लेख व्यक्तिगत प्रहार लग रहा है और आश्चर्य जताया कि क्या उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश उन लोगों का पक्ष रखने का प्रयास कर रहे हैं जिन्हें गोधरा ट्रेन जलाये जाने की घटना में दोषी करार दिया गया। काटजू ने कहा था कि गोधरा में क्या हुआ, यह अभी भी रहस्य बना हुआ है और उनके लिए यह मानना कठिन है कि 2002 में मोदी का कोई हाथ नहीं था। वह गुजरात दंगों का हवाला दे रहे थे।
भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष की ओर से मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार की आलोचना का हवाला देते हुए जेटली ने आरोप लगाया, ‘‘गैर कांग्रेसी सरकारों पर उनका हमला, चाहे पश्चिम बंगाल, बिहार या गुजरात हो, काफी हद तक उन्हें सेवानिवृति के बाद यह पद देने के एवज में धन्यवाद देने की प्रकृति का लगता है।’’