पीजे कुरियन ने की सोनिया से मुलाकात
सूर्यानेल्ली बलात्कार कांड को लेकर विवादों में घिरे राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर उनके सामने अपना पक्ष रखा। अटकलें थीं कि कुरियन को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है लेकिन उनके करीबी सूत्रों ने दावा किया कि फिलहाल इस तरह की कोई बात नहीं है। हालांकि पार्टी में और खासकर केरल कांग्रेस में एक वर्ग को लगता है कि नये नये खुलासों के बीच राज्यसभा के उपसभापति के पद पर उनका रहना ज्यादा दिन तक स्वीकार नहीं किया जा सकता। कुरियन ने सोनिया गांधी के साथ अपनी करीब 20 मिनट की मुलाकात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। जब उनसे पूछा गया कि क्या उच्च सदन के उपसभापति के पद से उनके इस्तीफे की संभावना है तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं टिप्पणी नहीं करुंगा। कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मेरी क्या बातचीत हुई, मैं उस बारे में कुछ नहीं कहूंगा। यह मीडिया के लिए नहीं है।’’
कुरियन ने बुधवार को इस मामले में राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी से मुलाकात की थी। इससे पहले कुरियन ने सोनिया और अंसारी को पत्र भेजकर अपना पक्ष रखा था और बताया था कि किस तरह कानूनी प्रक्रिया में बरी किये जाने के बाद भी उन्हें ‘राजनीतिक साजिश’ के तहत निशाना बनाया जा रहा है। कुरियन ने बुधवार को अपने इस्तीफे की मांगों को खारिज करते हुए कहा था कि यह विवाद उनके राजनीतिक विरोधियों की साजिश है। कुरियन ने कहा था, ‘‘तथाकथित खुलासों में कुछ नया नहीं है। ये वही आरोप हैं जिनकी जांच अदालतों में तब हुई थी।’’ इस्तीफे की संभावना के सवाल पर उन्होंने कहा था, ‘‘इसकी कोई जरूरत नहीं है। मुझे सभी अदालतों ने कानूनी प्रक्रिया के तहत स्पष्ट रूप से बरी कर दिया। क्या कोई इसलिए इस्तीफा दे सकता है क्योंकि कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं।’’
कुरियन की सोनिया से मुलाकात ऐसे समय में भी हुई है जब उनके इस्तीफे की संभावना को लेकर कुछ पार्टी नेताओं के विरोधाभासी बयान आये हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको के कुरियन से संबंध बहुत अच्छे नहीं बताये जाते। उन्होंने कुछ दिन पहले केरल में कहा था कि पार्टी संसद के बजट सत्र से पहले कुरियन के इस्तीफे की मांग पर फैसला लेगी। हालांकि अगले ही दिन एक अन्य पार्टी प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा, ‘‘चाको ने जो कहा है कि वह उनकी निजी राय है।’’ चाको ने बुधवार को कुरियन के संबंध में पूछे गये सवालों पर जवाब देने से बचने का प्रयास किया लेकिन बार बार जोर देने पर उन्होंने कहा, ‘‘मैंने केरल में जो कहा कि वह केरल से जुड़ा है। मेरे सहयोगी संदीप दीक्षित ने हमारी पार्टी का रुख स्पष्ट कर दिया है।’’ पूरे विवाद को खारिज करते हुए कुरियन ने कहा, ‘‘कुछ माकपा कार्यकर्ता मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं और कुछ लोग मुझे मेरे मौजूदा पद से हटाना चाहते हैं। वे सूर्यानेल्ली मामले के आरोपियों से संपर्क कर रहे हैं और उन पर अपने पूर्ववर्ती बयानों को बदलने के लिए दबाव बना रहे हैं। वे मेरा नाम खराब करने और संदेह पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।’’